दो बहुचर्चित और बहू विवादित फिल्म कश्मीर फाइल्स और द केरला स्टोरी के बाद एक और नई फिल्म पर विवाद।
72 Hoorain:नई विवादित फिल्म
संजय पूरन सिंह चौहान निर्देशक जिनकी नई फिल्म 72 Hoorain का ट्रेलर रिलीज कर दिया गया है। इस ट्रेलर को देखने के बाद लोगों ने अपना-अपना राय दीया और अपने-अपने नजरिए को प्रस्तुत किया । हालांकि यह फिल्म काफी विवादित नजर आ रही है, इस फिल्म को लेकर कुछ विशेष वर्ग के लोगों ने काफी विवाद प्रकट किए ,कुछ मुस्लिम विशेषज्ञों का यह कहना है कि, यह फिल्म में मुसलमानों को टारगेट किया जा रहा है इस फिल्म को लेकर सोशल मीडिया और अन प्लेटफार्म ऊपर भी खूब बवाल किया जा रहा है।
कब होगी यह फिल्म रिलीज
संजय पूरन सिंह चौहान ने यह बताया ये फिल्म अगले महीने यानी कि जुलाई के 7 तारीख 2023 को रिलीज होगी। हालांकि इस फिल्म के ट्रेलर पर सेंसरशिप बोर्ड में कुछ आपत्ति जताई है, वाबजूद इसके इस फिल्म के trailer को सोशल मीडिया और अन्य प्लेटफार्म पर रिलीज किया गया ।इस फिल्म के ट्रेलर को सिनेमा हॉल में नहीं दिखाया जाएगा। बोर्ड ने इस फिल्म के ट्रेलर में एक मृत व्यक्ति के पैर देखने पर आपत्ति जताई है हालांकि इसके बाद भी इस फिल्म के एडिटर ने इसको सही नहीं किया।
क्या है फिल्म की कहानी
फिल्म के ट्रेलर रिलीज होने के बाद लोगों ने अपने-अपने विचार को प्रस्तुत किया हालांकि इस फिल्म को लेकर मुस्लिम वर्ग के लोगों ने काफी आपत्ति जताई, कई लोगों ने सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी भावना व्यक्त की। उन्होंने बताया कि इससे मुस्लिम लोगों को आघात हो सकता है और यह फिल्म आपस में विवाद का एक नया स्वरूप हो सकता है। इस फिल्म में कुछ युवकों को कैसे ब्रेनवाश कर कर उन्हें आतंकवादी बनाया जाता है और उन्हें किस प्रकार से लालच दिया जाता है की उन्हें जन्नत नसीब होगी और वहां पर उनकी सेवा में 72 हूरें शामिल होंगे। इसकी कहानी में यह बताया गया है कि किस तरह से काल्पनिक बातों को बताकर कैसे यंगस्टर को वहकाया जाता है उनका ब्रेनवाश किया जाता है और उन्हें कुछ भी कर गुजरने के लिए ,किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार करते है। वह किसी को मारने या मरने को हमेशा तैयार रहे इसकी पूरी तैयारी कराई जाती है ।
फिल्म का उद्देश
फिल्म की कहानी में कुछ आतंकवादी जैसे ajmal kasab, Yakub Menon, Osama bin Laden, Mashud ajhar, Yakub Menon आदि के आतंकवादी बनने तक का सफर सफर के बारे में दिखाया गया है, बताया यह जाता है कि कैसे एक मजदूर परिवार का लड़का जो कि बस चौथी कक्षा तक पढ़ा है उसे किस प्रकार से ब्रेनवाश कर आतंकवादी बना दिया जाता है जोकि अजमल कसाब नामक क्रूर आतंकवादी का रूप ले लेता है। अजमल कसाब यह कबूल करता है कि उसे ट्रेनिंग के दौरान यह बताया गया की आपने जिस रास्ते को चुना है वह रास्ता जन्नत को जाती है और वह वहां 72 हूरें आपकी सेवा में और 24000 नौकर नौकरानी आपके लिए हमेशा खड़ी रहती है। यह सब काल्पनिक बातों से उनका ब्रेनवाश किया जाता है और उन्हें यह हमेशा हिदायत किया जाता है कि आप यह बातें किसी से ना बताएं हालांकि जब अजमल कसाब पकड़ा जाता है तब उसे अपने इस कर्म पर अफसोस होता हैं।
फिल्म की समर्थन
टीचर के भारी विवाद के बाद Sufi Islamic board के राष्ट्रीय प्रवक्ता kashish warish ने इस फिल्म का खुलकर समर्थन किया। उन्होंने बताया कि किस तरह मुसलमान कट्टरपंथी को अपनाते हुए नौजवानों को उनके मूल कार्य से भटका कर 72 हूरों का लालच देकर उन्हें गलत रास्तों पर चलने को मजबूर करते हैं। उन्होंने PFI के कट्टरपंथी सोच और विचार धाराओं पर जमकर प्रहार किया और उन्होंने यह बताया कि मुसलमान के बच्चों को कैसे भटका कर उन्हें गुमराह किया जाता है।
10 भाषाओं में रिलीज होगी यह फिल्म
यह फिल्म 10 भाषाओं में रिलीज होगी इसके पीछे इस फिल्म के निर्देशक संजय पूरन सिंह का यह कहना है कि इस के माध्यम से वह देश के कोने कोने तक लोग को इस विषय की गंभीरता से अवगत कराना चाहते हैं और इस विचारधारा को बदलने के संदेश को मजबूती से देश में कायम करना चाहते हैं।